पत्थर सा मजबूत बना दे मुझे ,तो मैं कोई तूफ़ान से न डरु
जीने की राह दिखा दे मुझे ,तो मैं कोई एहसान के लिए न मरू
राह चलते मुशाफिरो को खूब अपना बना कर देख लिया
जो नहीं जानते अहमियत रिश्तो की, तो कोई रिश्ते इजाद ही न करू
घरोंदे प्यार के अक्सर ही कही देखने को मिला करते हैं..
मुझे वो तरकीब दे , तो किसी प्यार के लिए मुहताज ना रहूँ ..
जीने की राह दिखा दे मुझे ,तो मैं कोई एहसान के लिए न मरू
राह चलते मुशाफिरो को खूब अपना बना कर देख लिया
जो नहीं जानते अहमियत रिश्तो की, तो कोई रिश्ते इजाद ही न करू
घरोंदे प्यार के अक्सर ही कही देखने को मिला करते हैं..
मुझे वो तरकीब दे , तो किसी प्यार के लिए मुहताज ना रहूँ ..
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